रीवा संभाग के कमिश्नर के अध्यक्षता में कृषि विभाग एवं सबंद्ध विभागो के अधिकारियो का संयुक्त प्रशिक्षण का हुआ आयोजन।

सिंगरौली। रीवा संभाग के कमिश्नर श्री बीएस जामोद के अध्यक्षता एवं कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के उपस्थिति में कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि विभाग एवं संबद्ध विभागो के अधिकारियो का संयुक्त प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारियो को संबोधित करते हुयें कमिश्नर श्री जामोद ने कहा कि किसान को केन्द्र विंदु मानकर सभी योजनाओं का समन्वय के साथ कृषि एवं संबंधित विभाग लाभान्वित करायें। योजनाए समिति हैं इसलिए किसानो के समग्र विकास के लिए उन्हें तकनिकी सहायता उपलंब्ध कराना अत्यन्त आवश्यक है।
कमिश्नर श्री जामोद ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किसानो को सर्वर्गीण विकास की ओर अग्रसर करना है। उन्होने कहा सिंगरौली एक ऐसा जिला जहा पर सभी प्रकार की मृदा उपलंब्ध है साथ ही अनेको प्रकार के फसलो के उत्पादन करने की क्षमता रखता है। फसलो की पैदावार को बढ़ाने के लिए हमे पारंम्परिक विधि एवं वैज्ञानिक विधि के मिश्रण से खेती करने के लिए प्रेरित करना होगा। जिसके लिए कृषि एवं कृषि संबंधित विभाग मत्स्य पालन, उद्यानिकी, वेटनरी आपस में समन्वय बनाकर किसानो को उन्नत किस्म की खेती करने के लिए सहभागीता दे। जलवायु परिर्वतन सभी के लिए एक बड़ी चुनौती है। ऐसे समय में जो गेहु तथा धान की फसलो के पैदावार में अधिक मात्रा मे जल का उपयोग होता है उससे जल संकट की संभावना बनी रहती है। अतः हमे किसानो को कम पानी में पैदा होने वाली फसलो श्रीअन्न आदि की पैदावार करने के लिए प्रेरित करना होगा।
कमिश्नर श्री जामोद ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिकारियो को निर्देश दिए कि अधिकारी समिति दायरे के साथ क्षेत्र का भ्रमण न करे किसानो की जारूरतो को समझते हुये संबंधित विभागीय अधिकारी से समन्वय किसान की परेशानी को दूर करे। उन्होने निर्देश दिए कि जिले के दूरस्थ क्षेत्र में निवास करने वाले किसानो तक शासन की योजनाओं का प्रचार प्रसार कराये साथ मार्गदर्शन देकर किसानो को शासन की योजनाओं का लाभ लेने के प्रेरित करे। किसनो का रकवा समय के साथ कम हो रहा है अतः हमे कम संसाधनो का उपयोग कर किसान की क्षमता को बढ़ाना होगा। जिसके लिए हमें जिले के किसानो की जीविका खेती को व्यावसायिक खेती में परिवर्तित करने के लिए समस्त संबंधित विभाग को आगे आकर कार्य करना होगा ताकि जिले के किसान सम्पन्न कृषक की श्रेणी में आ सके और एक विकशित कृषक बन सके। कमिश्नर श्री जामोद ने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी किसानो से मिलकर अपना अनुभव साझा करे। किसानो के खेत की मिट्टी का परीक्षण कराकर उन्हे खेती करने के लिए समझाईस दे। किसानो को परम्परिक खेती के साथ फल सब्जी उत्पादन, पशुपालन, प्रकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित करे। किसान को उचित मार्गदर्शन हेतु विकशित कृषि सकल्प अभियान चलाया जाना है जिसके माध्यम से वैज्ञानिको द्वारा गावो मे चौपाल लगाकर वैज्ञानिक पद्धिति के माध्यम से उन्नत कृषि अपनाने के लिए किसानो को जागरूक करना है।